Jabalpur News : जबलपुर. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं के विकास और विस्तार में मध्यप्रदेश पूरे देश के लिए एक उदाहरण बन रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता के कारण देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई कहानी लिख रहा है। सोमवार को जबलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नड्डा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्योपुर और सिंगरौली में दो नए शासकीय मेडिकल कॉलेजों का वर्चुअली लोकार्पण किया।
मेडिकल कॉलेजों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि
कार्यक्रम में श्री नड्डा ने बताया कि केंद्र सरकार ने दोनों नए कॉलेजों के लिए एमबीबीएस की 100-100 सीटों की परमिशन दे दी है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वर्ष 2003 में प्रदेश में केवल 5 मेडिकल कॉलेज थे, जिनकी संख्या अब बढक़र 32 हो गई है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले डेढ़ साल में 15 नए शासकीय मेडिकल कॉलेजों की स्थापना को मंजूरी दी गई है।
पीपीपी मॉडल से बनेंगे नए मेडिकल कॉलेज
इस अवसर पर बैतूल, कटनी, धार और पन्ना में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर नए मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए निवेशकों के साथ अनुबंध पत्रों पर हस्ताक्षर भी किए गए. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि इन कॉलेजों में 75 प्रतिशत सीटें गरीब विद्यार्थियों के लिए निशुल्क होंगी. कार्यक्रम के दौरान 8 लाख पात्र वरिष्ठ नागरिकों को व्य वंदना कार्ड का वितरण शुरू किया गया साथ ही आयुष्मान योजना से जुड़ी स्मार्ट चैटबॉट आयुष्मान सखी का शुभारंभ हुआ.
आयुष्मान योजना की प्रशंसा
केंद्रीय मंत्री नड्डा ने आयुष्मान भारत योजना की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत दुनिया का पहला देश है, जिसने अपनी अधिकतम आबादी को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवरेज दिया है. उन्होंने कहा कि अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को व्य वंदना कार्ड के माध्यम से निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी.
सिर्फ इलाज नहीं, शोध भी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार सिर्फ इलाज ही नहीं, बल्कि बीमारियों पर शोध को भी प्रोत्साहित कर रही है. उन्होंने श्राहवीर योजनाश् का जिक्र करते हुए कहा कि सडक़ दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जा रहा है। कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, उप.मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।