Indore Lokayukta Action : इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में लोकायुक्त पुलिस ने एक हायर सेकेंडरी स्कूल की प्राचार्य मनीषा पहाड़िया को ₹2000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह सनसनीखेज कार्रवाई 10 सितंबर 2025 को सांवेर के शासकीय सांदीपनी मॉडल स्कूल में हुई, जिसने शिक्षा जगत में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर कर दिया।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश सहाय ने बताया कि शिक्षक आशीष मारू की शिकायत पर यह ट्रैप ऑपरेशन चलाया गया। आशीष की नियुक्ति 13 अक्टूबर 2021 को उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग-1 के पद पर हुई थी। उनकी परिवीक्षा अवधि 13 अक्टूबर 2024 को पूरी हो चुकी थी, और स्थाई नियुक्ति के लिए उनकी फाइल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेजी जानी थी।
27 जनवरी 2025 को आशीष और उनके सहयोगी शिक्षक महेश गोयल की फाइल संकुल प्राचार्य मनीषा पहाड़िया के पास पहुंची। मनीषा ने दोनों फाइलों को आगे बढ़ाने के लिए ₹2000 की रिश्वत मांगी।
आशीष ने इस रिश्वतखोरी की शिकायत लोकायुक्त कार्यालय में की। शिकायत के सत्यापन के बाद, लोकायुक्त ने जाल बिछाया। 10 सितंबर 2025 को निरीक्षक रेनू अग्रवाल के नेतृत्व में ट्रैप दल ने मनीषा को ₹2000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम की धारा-7 के तहत मामला दर्ज किया गया है, और आगे की जांच जारी है।
इस ऑपरेशन में सहायक उप निरीक्षक रहीम खान, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक चन्द्रमोहन बिष्ट, कमलेश परिहार, महिला आरक्षक कंचन राजपूत, गोपाल कंवर और चालक शेरसिंह शामिल थे। यह मामला शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की गंभीर समस्या को उजागर करता है, जहां छोटी राशि के लिए भी शिक्षकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। लोकायुक्त की इस कार्रवाई से भ्रष्टाचारियों में खौफ पैदा होने की उम्मीद है।