Sagar MES Scam : जबलपुर। भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जबलपुर इकाई ने सागर में मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (MES) के तीन अधिकारियों और एक दलाल को 80 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों को सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। माना जा रहा है कि रिमांड के दौरान भ्रष्टाचार से जुड़े और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
सीबीआई ने जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया, उनके शामिल हैं –
नितेश कुमार सिंह, गैरीसन इंजीनियर (GE), MES
राकेश कुमार साहू, असिस्टेंट गैरीसन इंजीनियर (AGE), MES
दीपक कुमार, जूनियर इंजीनियर (JE), MES
राजेश मिश्रा, दलाल
ठेकेदार की शिकायत पर बिछा जाल
मामला तब सामने आया जब श्री बालाजी एसोसिएट्स के कर्मचारी अजय कुमार ने सीबीआई को शिकायत दर्ज की। अजय कुमार ने बताया कि उनकी फर्म को सागर में MES के तहत 26.58 लाख रुपये का ठेका मिला था, जिसके लिए साइट उपलब्ध कराने और बिल पास करने के एवज में आरोपियों ने शुरू में 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। बाद में 1.5% की दर से 80 हजार रुपये पर सहमति बनी। इस शिकायत के आधार पर सीबीआई ने सुनियोजित तरीके से जाल बिछाया और चारों आरोपियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने आरोपियों के कार्यालय और आवासीय परिसरों में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सामग्री जब्त की गई, जो भ्रष्टाचार के अन्य मामलों से जुड़े सुराग दे सकती है। सीबीआई ने बताया कि मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 7ए, साथ ही भादवि की धारा 61(2) (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत दर्ज किया गया है।
सीबीआई ने चारों आरोपियों को जबलपुर की विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें पूछताछ के लिए तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। जांच अधिकारियों का मानना है कि गहन पूछताछ से MES में भ्रष्टाचार के अन्य मामलों का भी खुलासा हो सकता है।