Indore News : इंदौर। शहर के हृदयस्थल रानीपुरा इलाके में सोमवार रात एक जर्जर तीन मंजिला इमारत के ढहने से दर्दनाक हादसा हो गया। इस घटना में चाचा-भतीजे की जोड़ी अल्फिया और फईममुद्दीन अंसारी की मौके पर मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल होकर महाराजा यशवंतराव (एमवाई) अस्पताल में भर्ती हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि चार घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है। हादसे के वक्त दो अन्य लोग मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है, और बचाव टीमें रातभर प्रयासरत रहीं।
भयावह हादसा रानीपुरा के कोष्टी मोहल्ले में जवाहर मार्ग पार्किंग के निकट घटी। इमारत में चार परिवार कुल मिलाकर 15 सदस्यों के साथ रहते थे। स्थानीय शादाब अंसारी ने बताया कि हादसे के समय कम लोग घर पर थे, क्योंकि ज्यादातर बाहर थे। यदि यह घटना आधी रात को हुई होती, तो नुकसान और भयानक हो सकता था। घायलों में दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं – यासिरा (3 माह) और नबी अहमद (7 वर्ष)। अन्य घायलों के नाम हैं: अल्ताफ (28 वर्ष), रफीउद्दीन (60 वर्ष), सबिस्ता अंसारी (28 वर्ष), सेबुद्दीन (62 वर्ष), सलमा बी (45 वर्ष), आलिया अंसारी (23 वर्ष), शाहिदा अंसारी (55 वर्ष) और अमीनुद्दीन (40 वर्ष)। सभी का एमवाई अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सूचना मिलते ही सेंट्रल कोतवाली पुलिस, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। मेयर पुष्यमित्र भार्गव, कलेक्टर शिवम वर्मा और पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने भी तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने घायलों को त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिए। बचाव दल मलबे हटाने में जुटे हैं, ताकि फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।
जर्जर इमारत और बारिश का कहर
पड़ोसियों का कहना है कि यह इमारत लंबे समय से खस्ताहाल थी। दीवारों में गहरी दरारें पड़ चुकी थीं, और प्लास्टर व मलबा बार-बार गिरता रहता था। रहवासियों ने कई बार इसे खाली कराने की मांग उठाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सोमवार को दिन भर झमाझम बारिश ने इमारत की नींव और कमजोर कर दी, जिसके परिणामस्वरूप रात में यह अचानक धराशायी हो गई। हादसे ने शहर की पुरानी इमारतों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं, और मृतकों के परिजनों को सहायता का आश्वासन दिया है।