Bhavantar Yojana : मध्यप्रदेश। किसानों के लिए खुशखबरी सामने आई है। मोहन सरकार पूर्व मुख्यमंत्री शुवराज सिंह चौहान की उस योजना को दोबारा शुरू करने जा रही है जिसे बिना किसी घोषणा के बंद कर दिया गया था। यह योजना है भावांतर योजना। सीएम यादव का कहना है कि, किसान मध्यप्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता हैं। हम सोयाबीन के किसानों को घाटा नहीं होने देंगे। सरकार किसानों को सोयबीन का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम मोदी सोयाबीन के लिए MSP प्रति क्विंटल 5328 रुपये दे रहे हैं। किसान संघ के सुझाव पर हमारी सरकार ने इस वर्ष सोयाबीन के किसानों को भावांतर योजना का लाभ देने का निर्णय लिया है।
सीएम मोहन यादव ने एक्स पर जानकारी दी कि, ‘किसानों का कल्याण प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मध्यप्रदेश में सोयाबीन के लिए ‘भावांतर योजना’ लागू होगी। अगर MSP से कम कीमत पर सोयाबीन बिकता है तो हमारी सरकार इस योजना के तहत किसानों के घाटे की भरपाई करेगी।’
भावांतर योजना में रजिस्ट्रेशन जल्द होगा शुरू :
सीएम का कहना है कि, किसान पहले की तरह मंडियों में सोयाबीन बेच सकते हैं। अगर एमएसपी से कम कीमत पर सोयाबीन बिकता है तो इस घाटे की भरपाई भवान्तर योजना के तहत की जाएगी। एमएसपी और फसल बिक्री की राशि का अंतर सरकार डायरेक्ट किसानों के खातों में पहुंचाएगी। जल्द ही इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन शुरू होगा।