बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के सारणी थाना क्षेत्र के पाथाखेड़ा में ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित LFS स्कूल में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला विवाद भड़क गया। एक हिंदू छात्र के माथे से तिलक मिटाने के आरोप ने हंगामा खड़ा कर दिया, जिसके बाद एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने स्कूल पर धावा बोल दिया। नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन के बीच प्रिंसिपल को माफी मांगनी पड़ी, और छात्र को तिलक लगाकर विवाद शांत किया गया। पुलिस ने भी स्थिति बिगड़ने पर मौके पर पहुंचकर निगरानी बढ़ा दी।
जानकारी के मुताबिक, स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को माथे पर तिलक लगाने और हाथ में कलावा बांधने से साफ मना किया था। प्रिंसिपल ने खुद इसकी पुष्टि की, जिससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में एनएसयूआई और हिंदू संगठनों के सदस्य स्कूल पहुंचे और प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। हंगामे के दौरान हालात बिगड़ते देख प्रिंसिपल आगे आईं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से क्षमा याचना की और विवाद का केंद्र बने छात्र को तिलक लगाकर मामले को सुलझाया।
माफी मांगने और तिलक लगाने के बाद ही प्रदर्शनकारी शांत हुए। इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ता मौके पर जुटे थे, और पुलिस बल ने तनाव को नियंत्रित करने के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की। हालांकि, स्कूल प्रबंधन और पुलिस ने मीडिया से दूरी बनाए रखी, जिससे कई सवाल खड़े हो गए। स्थानीय स्तर पर यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है, और पाथाखेड़ा इलाके में धार्मिक संवेदनशीलता को लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया है।