MP Gold Reserve : मध्यप्रदेश। एमपी का महाकोशल क्षेत्र में स्वर्ण भंडार की कोई कमी नहीं है। यहां सिंगरौली, कटनी में तो पहले से ही गोल्ड रिजर्व थे अब जबलपुर में भी इसे खोज लिया गया है। कटनी में जहां 16 एकड़ में यह संपदा है वहीं सिंगरौली में यह करीब 100 एकड़ में मौजूद है। इसके अलावा सिहोरा में 150 एकड़ में गोल्ड रिजर्व मौजोद हैं।
इतना सम्पन्न होने के बावजूद यह क्षेत्र आर्थिक फायदा नहीं उठा पा रहा। वजह है – प्रोसेसिंग यूनिट की कमी। दरअसल, महाकोशल रीजन में स्वर्ण के बहुत भंडार है लेकिन इन खनिजों को निकालने के बाद रिफाइंड करने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट की जरुरत होती है जो मध्यप्रदेश में नहीं है।
प्रोसेसिंग यूनिट न होने के कारण इस खनिज सम्पदा का लाभ आम लोगों को नहीं मिल पा रहा। प्रोसेसिंग यूनिट होती तो यहां रहने वाले लोगों को रोजगार मिलता। यहां एक बाजार बन पाता लेकिन ऐसा कुछ अब तक नहीं हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि, प्रोसेसिंग यूनिट लगाना अति आवश्यक है।
खदानों से निकलने वाले खनिज से सोना – चांदी और कापर, जिंक के साथ – साथ लेड जैसे तत्वों को अलग – अलग किया जा सकता है। इसके लिए रासायनिक और भौतिक प्रक्रिया होती है जो प्रोसेसिंग यूनिट में ही की जा सकती है।
जबलपुर में यहां हैं सोने की खदान –
सिहोरा तहसील के महगवां केवलारी क्षेत्र में सोने की खदान मिली है। यह खदान करीब 60 हेक्टेयर यानी लगभग डेढ़ सौ एकड़ में मौजूद है। क्षेत्रीय खनिज विभाग के भूगर्भवैज्ञानियों की खोज में यह जानकारी लगी। जमीन में करीब 200 मीटर की खुदाई करने के बाद ही इसका सही आंकलन होगा।
कटनी में भी स्वर्णभंडार –
स्लीमनाबाद तहसील से लगे इमलिया गांव के जमीन में सोने की खदान मौजूद है। इस खदान को प्रोस्पेक्ट रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड मुंबई को लीज पर दे दिया गया है।
भूप्रवेश की अनुमति के बाद अब वह जल्द ही जमीन से सोने का खनन करेगी। यहां से करीब 300 किलो सोना और 15 टन चांदी निकाली जाएगी।