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Private Jet Accident : रनवे से फिसला प्राइवेट जेट, भोपाल की कंपनी के MD समेत 6 लोग सवार थे

Private Jet Accident : रनवे से फिसला प्राइवेट जेट, भोपाल की कंपनी के MD समेत 6 लोग सवार थे

Private Jet Accident : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक छोटा सा हवाई अड्डा बना सनसनी का केंद्र, जहां एक प्राइवेट जेट उड़ान भरने की कोशिश में रनवे से फिसल गया और बाउंड्री के पास झाड़ियों में जा धंस गया। बड़ा विमान हादसा टल गया, लेकिन प्लेन के विंग्स टूटे, फ्रंट व्हील और जेट इंजन क्षतिग्रस्त हो गए। फ्यूल टैंक भी चूर-चूर हो गया, जिससे रनवे पर एयरो फ्यूल टपकने लगा। गनीमत रही कि सवार सभी 6 लोग सुरक्षित बच निकले।

ये नजारा गुरुवार सुबह 10:30 बजे मोहम्मदाबाद हवाई पट्टी पर बिखरा, जब भोपाल से आए वुडपैकर ग्रीन एंग्री न्यूट्री पैड प्राइवेट लिमिटेड के एमडी अजय अरोड़ा अपनी टीम के साथ खिमसेपुर औद्योगिक क्षेत्र में बन रही 570 करोड़ की बीयर फैक्ट्री का जायजा लेने लौट रहे थे। जेट सर्विस एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का ये 6-सीटर प्लेन रनवे पर 400 मीटर तक दौड़ा, लेकिन अचानक बेकाबू हो गया।

कंपनी के यूपी प्रोजेक्ट हेड मनीष कुमार पांडेय ने साफ आरोप लगाया कि पायलटों को पहले से ही फ्रंट व्हील में हवा कम होने की खबर थी, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया। नतीजा? प्लेन रनवे से नीचे उतर गया और झाड़ियों में फंस गया।

बिजनेस लीडर्स से पायलट तक, सब सलामत

अजय अरोड़ा (एमडी, वुडपैकर ग्रीन): फैक्ट्री प्रोजेक्ट के चीफ, जो भोपाल लौटने वाले थे।
राकेश टीकू (वाइस प्रेसिडेंट): ऑपरेशंस हेड, टीम का अहम हिस्सा।
सुमित शर्मा (SBI अधिकारी): फाइनेंशियल एक्सपर्ट, प्रोजेक्ट से जुड़े।
नसीब बामल और प्रतीक फर्नांडीज (पायलट): जिन पर लापरवाही के इल्जाम लगे।
एक क्रू टेक्नीशियन: बैकअप सपोर्ट स्टाफ।

अजय अरोड़ा ने राहत की सांस लेते हुए कहा, “प्लांट चेक करके लौट रहे थे, तभी ये हो गया। अब आगरा से दूसरी फ्लाइट पकड़कर भोपाल पहुंचेंगे।” सभी को मामूली चोटें आईं, लेकिन जान पर बनी रही।

पायलट की चूक या सिस्टम फेलियर?

जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) आशुतोष कुमार द्विवेदी ने इसे “पायलट की लापरवाही” करार दिया। विकसित भारत योजना के तहत चल रहे इस मेगा प्रोजेक्ट के बीच ये हादसा एक झटका है। लेकिन फायर ब्रिगेड के FSO आशीष ने खुलासा किया कि टेकऑफ से सिर्फ 25 मिनट पहले सूचना दी गई—जबकि रूल्स कहते हैं 12 घंटे पहले अलर्ट होना चाहिए। ऊपर से ट्रेजरी में फीस भी जमा नहीं हुई! ये लापरवाही क्यों? क्या प्रोटोकॉल फॉलो नहीं हुए?

हादसे की खबर फैलते ही अफरा-तफरी मच गई। कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ला अपनी फोर्स के साथ दौड़े, फायरब्रिगेड ने फ्यूल लीक को कंट्रोल किया। एडीएम रविंद्र कुमार, एसडीएम सदर रजनीकांत पांडेय और सीओ अजय वर्मा ने साइट इंस्पेक्ट की। दिल्ली से स्पेशल जांच टीम बुलाई गई है, जो प्लेन की कंडीशन और हादसे के कारणों की पड़ताल करेगी।

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