Cough syrup scandal : मध्यप्रदेश। छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड पर मध्यप्रदेश सरकार लगातार घिरती नजर आ रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार से तीखे सवाल किए हैं। स्वास्थ मंत्री राजेंद्र शुक्ला से इस्तीफे की मांग करने वाले जीतू पटवारी ने इस बार ड्रग कंट्रोलर को मामले का मुख्य दोषी बताया है। उन्होंने पूछा है कि, आखिर क्यों सरकार ड्रग कंट्रोलर के खिलाफ एक्शन नहीं लेती।
स्वास्थ्य मंत्री उसे क्लीन चिट क्यों देते रहे?
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र (जीतू) पटवारी ने कहा, “तमिलनाडु से गिरफ्तार कंपनी के मालिक को मौत की सज़ा मिलनी चाहिए। लेकिन आप ड्रग कंट्रोलर को क्यों छोड़ रहे हैं, जो इस घटना का मुख्य दोषी है?… स्वास्थ्य मंत्री उसे क्लीन चिट क्यों देते रहे? इसका मतलब है कि भ्रष्टाचार हुआ है… सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, इस एक महीने में कफ सिरप की 157 बोतलें बिक चुकी हैं…भाजपा हिंदू-मुस्लिम मुद्दे उठाकर और कांग्रेस के बारे में तरह-तरह की नकारात्मक बातें कहकर आपसे वोट लेती है।”
स्वास्थ्य मंत्री को ज़िम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा देना चाहिए :
“ड्रग कंट्रोलर को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को ज़िम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा देना चाहिए। अगर वह इस्तीफ़ा नहीं दे रहे हैं, तो मुख्यमंत्री को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।”
ड्रग कंट्रोलर अपने कर्तव्यों का पालन करने में विफल :
“19 तारीख को, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने देश के स्वास्थ्य मंत्रालय को सूचित किया था और इसी तरह राज्य के स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित किया था कि एक बीमारी के कारण बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो रही है। 19 तारीख से लेकर उस दिन तक जब सरकार ने विशिष्ट दवाओं पर प्रतिबंध लगाया, तब तक 12 बच्चों की मौत हो चुकी थी। मर गया… इसका कारण भ्रष्टाचार है, क्योंकि ड्रग कंट्रोलर अपने कर्तव्यों का पालन करने में विफल रहा… आज तक भी प्रधानमंत्री ने एक भी बयान जारी नहीं किया है।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी ज़िम्मेदारी क्यों नहीं निभाई?
“हमारा मानना है कि जो कुछ हुआ है, उसके मद्देनज़र इसकी सीबीआई और एसआईटी जाँच होनी चाहिए ताकि पता चल सके कि इस विशिष्ट दवा की बिक्री शुरू होने से लेकर अब तक कितने बच्चों की मौत हुई है?… केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने अपनी ज़िम्मेदारी क्यों नहीं निभाई? बच्चों की मौत का असली कारण क्या है और इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है?”