Balaghat News : मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में गुरुवार शाम एक बार फिर बाघ ने कहर बरपाया, जब उसने एक किसान पर हमला कर उसकी जान ले ली। यह इस क्षेत्र में पिछले आठ महीनों में बाघ के हमले से होने वाली पांचवीं मौत है। यह दिल दहलाने वाली घटना कटंगी वन परिक्षेत्र के कन्हड़गांव सर्किल में अंबेझरी-देवरी सड़क पर शाम साढ़े चार से पांच बजे के बीच हुई। इस घटना ने पहले से ही दहशत में जी रहे ग्रामीणों का डर और बढ़ा दिया है।
61 वर्षीय किसान सेवकराम गौपाले, जो अंबेझरी गांव के निवासी थे, रोज की तरह अपने मवेशियों को चराने खेत गए थे। मवेशियों को लेकर घर लौटते समय, अंबेझरी-देवरी सड़क पर अचानक एक बाघ ने उन पर पीछे से हमला कर दिया। हमले में सेवकराम की गर्दन और चेहरे पर गहरी चोटें आईं। पास में मौजूद अन्य किसानों ने शोर मचाया, जिससे बाघ जंगल की ओर भाग गया। गंभीर रूप से घायल सेवकराम किसी तरह घर पहुंचे और परिजनों को घटना की जानकारी दी। उन्हें तुरंत कटंगी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन हालत नाजुक होने के कारण उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। दुर्भाग्यवश, रात साढ़े 11 बजे इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
21 दिन पहले हुआ था दूसरा हमला
यह कोई पहली घटना नहीं है। मात्र 21 दिन पहले, 14 अगस्त को, अंबेझरी के ही विठ्ठल आसटकर पर जंगल के पास मवेशी चराते समय बाघ ने हमला किया था। इस हमले में वे भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। लगातार बढ़ रहे मानव-बाघ संघर्ष ने ग्रामीणों में भय का माहौल बना दिया है। स्थानीय लोग अब जंगल के किनारे बाड़ लगाने की मांग कर रहे हैं ताकि बाघों का खेतों और सड़कों पर आना रोका जा सके।
“अगर जल्दी कोई कदम नहीं उठाया गया, तो और लोग बाघों का शिकार बनते रहेंगे,” एक ग्रामीण ने चेतावनी दी। “हमें सुरक्षित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जरूरत है।”
आठ महीनों में पांच लोगों की जान ले चुके बाघों के हमलों ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है, और वे अब ठोस समाधान की उम्मीद कर रहे हैं ताकि इस खतरे से निजात मिल सके।