Bhind News : भिंड, मेहगांव। गुरुवार को मेहगांव कृषि उपज मंडी में खाद वितरण केंद्र पर अचानक हंगामा हो गया। कुछ असामाजिक तत्वों ने पर्ची के लिए लाइन में खड़े किसानों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। इस घटना में दो किसान और एक महिला घायल हो गए। घायलों को तुरंत मेहगांव अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना सुबह 11:30 बजे की है। खाद पर्ची के लिए लंबी लाइन लगी थी। कुछ लोग पीछे से लाइन में घुसने की कोशिश करने लगे। जब आगे खड़े किसानों ने इसका विरोध किया, तो असामाजिक तत्वों ने पहले धक्का-मुक्की शुरू की। बात बढ़ने पर उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस हमले में खैरिया गांव के राहुल शर्मा और उनके चाचा सतीश शर्मा के सिर पर पत्थर लगे। एक महिला के कान में भी पत्थर लगने से वह घायल हो गई।
सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया। एसडीएम नवनीत शर्मा, एसडीओपी संजय कोच्छा, थाना प्रभारी महेश शर्मा और तहसीलदार मनोज धाकड़ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित किया और व्यवस्थित तरीके से लाइन लगवाकर पर्ची वितरण दोबारा शुरू करवाया।
घायल किसान राहुल शर्मा ने बताया कि बुधवार को खाद वितरण के लिए तीन काउंटर शुरू किए गए थे। लेकिन गुरुवार को सिर्फ दो काउंटर खोले गए। इससे भीड़ बढ़ गई। सुबह 11:30 बजे जब वह और उनके चाचा लाइन में खड़े थे, तभी कुछ लोग जबरन लाइन में घुस आए। विरोध करने पर पहले धक्का-मुक्की हुई, फिर पत्थरबाजी शुरू हो गई।
इससे पहले बुधवार को भिंड की पुरानी गल्ला मंडी में भी खाद पर्ची को लेकर विवाद हुआ था। वहां कुछ लोगों के बीच मारपीट हो गई थी। कांग्रेस नेता धर्मेंद्र भदौरिया ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया था। प्रशासन ने वहां भी स्थिति को नियंत्रित किया था।
गुरुवार को मेहगांव में भीड़ बढ़ने की बड़ी वजह लगातार छुट्टियां हैं। शुक्रवार को ईद मिलाद-उन-नबी की छुट्टी है। इसके बाद शनिवार और रविवार को भी खाद वितरण केंद्र बंद रहेंगे। इस कारण किसान गुरुवार को ही पर्ची लेने के लिए उमड़ पड़े। प्रशासन ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है। साथ ही असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
किसानों का कहना है कि खाद की कमी और अव्यवस्था के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं। वे मांग कर रहे हैं कि खाद वितरण की प्रक्रिया को और पारदर्शी और व्यवस्थित किया जाए। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।