Bhopal AIIMS : भोपाल। बागसेवनिया पुलिस ने रविवार को एम्स अस्पताल के ब्लड बैंक से प्लाज्मा यूनिट चोरी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया। मुख्य आरोपी, 26 वर्षीय अंकित केलकर, एम्स ब्लड बैंक में आउटसोर्स कर्मचारी के रूप में कार्यरत था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि केलकर ने चोरी किए गए प्लाज्मा की एक यूनिट 10,000 रुपये प्रति यूनिट बेचने की बात कबूल की है।
दूसरा आरोपी, जिसकी पहचान अमित जाटव के रूप में हुई है, कथित तौर पर चोरी किए गए प्लाज्मा को खरीदकर उसे ऊँचे दामों पर बेच रहा था।
यह मामला तब सामने आया जब अस्पताल के कर्मचारियों ने पिछले कुछ दिनों में प्लाज्मा यूनिट गायब होने का पता लगाया। 28 सितंबर को, सुरक्षाकर्मियों ने अंकित को उसके बैग में दो प्लाज्मा यूनिट के साथ पकड़ा और तुरंत अस्पताल प्रबंधन को सूचित किया। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि अंकित ने उसी दिन तीन बार प्लाज्मा चोरी की।
ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. ज्ञानेंद्र प्रसाद की शिकायत के बाद बागसेवनिया पुलिस ने 1 अक्टूबर को अंकित और उसके सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज किया। जाँच के दौरान पता चला कि अंकित सितंबर की शुरुआत से ही प्लाज़्मा चुरा रहा था और अमित जाटव को छह-सात यूनिट प्लाज़्मा बेच चुका था।
पुलिस ने बताया कि जब पुलिस उसके घर पहुँची तो अंकित पहले तो भाग गया, लेकिन बाद में शनिवार को बागसेवनिया थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। उसने कई हफ़्तों से प्लाज़्मा यूनिट चुराने और बेचने की बात स्वीकार की।
बरखेड़ा पठानी निवासी अमित जाटव बैरागढ़ स्थित सेवा सदन नेत्रालय में काम करता है। उससे पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि चोरी किया गया प्लाज़्मा कहाँ बेचा जा रहा था और क्या इस रैकेट में और लोग भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस इस रैकेट की जाँच जारी रखे हुए है और साथ ही अन्य लोगों की संलिप्तता की संभावनाओं की भी जाँच कर रही है।