MP Police : भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस के लिए एक बड़ी घोषणा हुई है। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की मृत्यु होने पर परोपकार निधि से दी जाने वाली सहायता राशि को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। यह फैसला पुलिसकर्मियों के परिवारों के लिए आर्थिक सहारा देगा और उनके मनोबल को मजबूत करेगा। इसके साथ ही, शिक्षा निधि से दी जाने वाली सहायता को भी डेढ़ गुना बढ़ा दिया गया है। इन कदमों से पुलिस बल में काम करने वालों को नई ताकत मिलने की उम्मीद है।
इस नई व्यवस्था के तहत, सभी रैंक के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से परोपकार निधि के लिए सालाना 1200 रुपये अतिरिक्त अंशदान लिया जाएगा। अभी तक यह राशि रैंक के आधार पर 600 से 3800 रुपये तक थी। इस बढ़ोतरी से निधि में ज्यादा फंड जमा होगा, जिससे मृतक पुलिसकर्मियों के परिवारों को तुरंत 5 लाख रुपये की सहायता दी जा सकेगी। यह कदम उन परिवारों के लिए राहत की किरण बनेगा, जो अपनों को खोने के बाद आर्थिक तंगी का सामना करते हैं।
पुलिसकर्मियों के बच्चों की पढ़ाई को सपोर्ट करने के लिए शिक्षा निधि से दी जाने वाली सहायता राशि को भी डेढ़ गुना बढ़ा दिया गया है। यह कदम खास तौर पर उन परिवारों के लिए फायदेमंद होगा, जो अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देना चाहते हैं। डीजीपी कैलाश मकवाना ने इस दौरान बताया कि 6 पुलिसकर्मियों के बच्चों का सिविल सेवा में चयन हुआ है, जो पूरे बल के लिए गर्व की बात है।
बैठक में ‘वन नेशन-वन यूनिफॉर्म’ प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला केंद्र सरकार के निर्देशों के बाद ही लिया जाएगा। यह प्रस्ताव देशभर में पुलिस बल के लिए एक समान ड्रेस कोड लागू करने का है, जो एकरूपता और पहचान को मजबूत करेगा।
डीजीपी कैलाश मकवाना ने बैठक में पुलिस बल का मनोबल बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिए जा रहे हैं। साथ ही, अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया को भी तेज किया गया है, ताकि मृतक पुलिसकर्मियों के परिवारों को जल्द नौकरी मिल सके। डीजीपी ने अफसरों को संवेदनशीलता और जिम्मेदारी से काम करने की हिदायत दी। इस मौके पर स्पेशल डीजी पंकज श्रीवास्तव, आदर्श कटियार, एडीजी ए. साईं मनोहर और राजाबाबू सिंह भी मौजूद थे।