इंदौर। निहालपुर मुंडी इलाके में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक कुत्ते के नाम ने पड़ोसियों के बीच खूब विवाद खड़ा कर दिया। कुत्ते का नाम पड़ोसी के सरनेम ‘शर्मा’ रखने का मतलब था—अपमान? या महज संयोग? लेकिन बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट हुई और पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। आइए जानते हैं पूरा किस्सा।
कुत्ता बना विवाद का केंद्र
मामला तब शुरू हुआ जब भूपेंद्र सिंह ने अपने पेट डॉग का नाम ‘शर्मा’ रखा। पड़ोसी वीरेंद्र शर्मा का सरनेम भी यही है। वीरेंद्र का आरोप है कि भूपेंद्र जानबूझकर उनके सामने ‘शर्मा’ पुकारकर कुत्ते को बुलाता था, जो उनके लिए अपमान जैसा था। वीरेंद्र ने शिकायत की, “वे मेरा सरनेम लेकर कुत्ते को बुलाते हैं, इससे मुझे बुरा लगता है। यह साफ तौर पर मेरी बेइज्जती करने की कोशिश है।”
वीरेंद्र पीथमपुर की एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। शाम को वह अपनी पत्नी किरण के साथ कॉलोनी में टहल रहे थे। तभी भूपेंद्र अपने कुत्ते को घुमाने निकला। वीरेंद्र के दोस्तों ने बताया कि कुत्ते का नाम उनके सरनेम पर रखा गया है। इस पर किरण ने आपत्ति जताई और भूपेंद्र के पास पहुंच गई। लेकिन बातचीत बहस में बदल गई, और भूपेंद्र ने कथित तौर पर किरण के साथ धक्का-मुक्की की। इतना ही नहीं, उन्होंने किरण का सिर दीवार से टकरा दिया, जिससे वह घायल हो गई।
पुलिस ने दर्ज किया केस: तीनों आरोपी फरार?
शिकायत पर निहालपुर मुंडी थाने में पुलिस ने भूपेंद्र सिंह और उनके दो साथियों के खिलाफ मारपीट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। वीरेंद्र ने बताया कि घटना के बाद भूपेंद्र और उसके साथी मौके से फरार हो गए। पुलिस अब उनकी तलाश कर रही है।
क्या कहते हैं पड़ोसी?
यह घटना कॉलोनी में चर्चा का विषय बन गई है। कुछ लोग इसे मजाक मानते हैं, तो कुछ इसे गंभीर अपमान का मामला बता रहे हैं। वीरेंद्र ने कहा, “यह सिर्फ नाम का खेल नहीं, बल्कि जानबूझकर की गई बेइज्जती है। हम कानूनी कार्रवाई करेंगे।” वहीं, भूपेंद्र की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया है।