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राज्यपाल ने आदिवासी संस्कृति को दिया सम्मान, पारंपरिक व्यंजनों का किया स्वाद

Balaghaat News

Balaghaat News: बालाघाट जिले के बैहर स्थित एकलव्य आवासीय स्कूल में आयोजित महाआरोग्य शिविर में रविवार को राज्यपाल मंगू भाई पटेल शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने न सिर्फ स्वास्थ्य शिविर का जायजा लिया, बल्कि लोगों से संवाद करते हुए सरकारी योजनाओं के लाभ और उनके असर को भी समझा।

शिविर में शामिल होने के बाद राज्यपाल बिरसा गांव पहुंचे जहां प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी इमला बाई मरकाम के घर पर उन्होंने पारंपरिक आदिवासी भोजन किया। भोजन में कोदो का भात, कुटकी की खीर, चेंच और चिरोटा भाजी, करेल की सब्जी, भोंडो पीहरी की सब्जी और बाजरे की रोटी परोसी गई। राज्यपाल ने पूरे उत्साह के साथ यह व्यंजन खाए और आदिवासी संस्कृति की सराहना की। इस दौरान जनजातीय कार्यमंत्री डॉ. कुंवर शाह, सांसद भारती पवार, विधायक राजकुमार कर्रेते सहित कई स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।

राजयपाल ने योजनाओं की तारीफ की

राज्यपाल ने कार्यक्रम में मोदी सरकार की महिला केंद्रित योजनाओं जैसे उज्ज्वला, ड्रोन दीदी और आयुष्मान भारत की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव ला रही हैं और समाज के पिछड़े वर्ग को आगे बढ़ाने में मदद कर रही हैं। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सिकलसेल से पीड़ित मरीजों को प्रमाण पत्र दिए। साथ ही दिव्यांगों और बुजुर्गों को सहायक उपकरण भी वितरित किए गए जिससे उनके जीवन को आसान बनाया जा सके।

महा आरोग्य शिविर में डॉक्टरों की टीम ने ग्रामीणों की जांच की और उन्हें मुफ्त दवाएं दीं। बड़ी संख्या में लोग इस शिविर में पहुंचे और स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाया।

राज्यपाल मंगू भाई पटेल का यह दौरा केवल योजनाओं की समीक्षा भर नहीं था बल्कि इसने आदिवासी संस्कृति और परंपरा को सम्मान देने का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की जीवनशैली और खानपान में प्रकृति के साथ संतुलन का संदेश छिपा है, जिसे हमें संरक्षित करना चाहिए।

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