Jabalpur News: जबलपुर समेत आसपास के इलाकों में इन दिनों वायरल बुखार ने लोगों की हालत खराब कर दी है। मौसम बदलने का सीधा असर सेहत पर दिख रहा है। बुखार, सर्दी-जुकाम, सिर और जोड़ों के दर्द से परेशान मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और शहर के अन्य अस्पतालों की ओपीडी में सबसे ज्यादा भीड़ वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की ही नजर आ रही है।
डॉक्टरों का कहना है कि वायरल बुखार से ठीक होने में सात से दस दिन तक का समय लग सकता है। खास बात यह है कि बुखार उतर जाने के बाद भी कमजोरी लंबे समय तक बनी रहती है। इसी वजह से मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ होने में परेशानी हो रही है। कई लोग तो बार-बार अस्पतालों का चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
डेंगू-चिकुनगुनिया के केसों में बढ़ोतरी
वायरल बुखार के साथ-साथ डेंगू, चिकुनगुनिया और मलेरिया के मरीज भी सामने आ रहे हैं। ताजा रिपोर्ट में गुप्ता नगर बाजनामठ के 35 वर्षीय युवक और गढ़ा बाजार के 32 वर्षीय युवक में डेंगू की पुष्टि हुई है। इस साल अब तक जिले में 30 लोग डेंगू पॉजिटिव मिल चुके हैं। चिकुनगुनिया के 21 और मलेरिया के 9 मामले भी दर्ज किए जा चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग मानता है कि सरकारी आंकड़े कुछ कम दिखा रहे हैं, लेकिन पुराने और घनी आबादी वाले इलाके घमापुर, कांचघर, हनुमानताल और गढ़ा बाजार मच्छर जनित बीमारियों के हॉट स्पॉट बन चुके हैं। यहां हर साल बरसात के बाद बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
बचाव ही सबसे बड़ा उपाय
नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लगातार स्क्रीनिंग की जा रही है। लार्वा मिलने पर उन्हें नष्ट किया जा रहा है और कीटनाशक का छिड़काव भी किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि छिड़काव और फॉगिंग का काम हर वार्ड तक नहीं पहुंच रहा है जिससे बीमारी का खतरा बना हुआ है।
डॉक्टर भी लोगों को सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं। जिला अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. संदीप भगत ने कहा कि देर तक रखे ठंडे या बासी खाने से परहेज करें और पानी हमेशा साफ पीएं। बुखार या कमजोरी महसूस होने पर जांच जरूर कराएं।