– बालीवुड महानायक अभिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन की जन्मस्थली है जबलपुर
– सुपर स्टॉर अर्जुन रामपाल भी जबलपुर के ही
– ब्रिटिश कॉल में जबलपुर में ही हुआ था स्नूकर खेल का अविष्कार
Jabalpur News: जबलपुर. प्राकृतिक सौंदर्य, कलकल बहती नर्मदा, संगमरमर की चमचमाती चट्टाने की विरासत को संजोए संस्कारधानी (जबलपुर) ने इस देश को बालीवुड, कला और विज्ञान में अनेक हस्तियां दी हैं. बालीवुड के रूपहले पर्दे पर जबलपुर के इन गौरवों ने देश में अपने शहर का मान बढ़ाया, बल्कि विदेशों में पहचान दी है.
बालीवुड सदी के महानायक अभिताभ बच्चन की धर्मपत्नी जया भादुड़ी (बच्चन) की जन्मस्थली भी जबलपुर की धरती ही है. इसके साथ ही सुपर स्टॉर अर्जुन रामपाल का जन्म भी जबलपुर में ही हुआ. इतना ही नहीं कला, विज्ञान और खेल के क्षेत्र में भी जबलपुर की अनूठी पहचान है. गौरतलब है कि प्रदेश के 55 जिलों में जबलपुर का स्थान अलग माना जाता है. यह शहर प्रदेश की राजनीति सहित अनेक मामलों में केन्द्र बिन्दु रहा है.
जबलपुर ही बनता राजधानी
बताया जाता है कि मध्यप्रदेश के गठन के बाद जबलपुर को ही राजधानी बनाया जा रहा था, लेकिन किन्हीं कारणवश ऐसा न हो सका, जिसके बाद भोपाल को राजधानी बनाया गया है. जबलपुर में कल-कल बहती मां नर्मदा नदी, संगमरमर की चट्टाने, 9वीं, 10वीं, 11वीं से 14वीं शताब्दी की अनेक यादें आज भी लोगों को उस युग की पहचान बताती है. इसके अलावा जबलपुर की धरती ने राजनीति में अनेक दिग्गज नेताओं को दिया तो देश को बालीवुड, खेल, कला और विज्ञान में अनेक प्रतिभाएं दी हैं. देश की बालीवुड इंडस्ट्री को जबलपुर ने सुपर स्टॉर जया बच्चन, अर्जुन रामपाल, याकूब महबूब खान, प्रेमनाथ, प्रज्ञा जायवाल, शालिनी पांडे, शालिन भनोट शामिल हैं, जिन्होंने एक से बढक़र एक फिल्मों में काम कर देश में जबलपुर का गौरव बढ़ाया है.
1948 में जन्मी थी जया भादुड़ी
सदी के महानायक अभिताभ बच्चन की पत्नी व सुपर स्टॉर अभिषेक बच्चन की मां जया भादुड़ी (बच्चन) का जन्म 9 अप्रैल 1948 को जबलपुर में ही हुआ था. उनके पिता मशहूर लेखक और पत्रकार तरुण कुमार भादुड़ी थे. हालांकि बाद में जया भादुड़ी का परिवार राजधानी भोपाल पहुंचा, जहां निवासरत हैं. अभिनेत्री जया भादुड़ी ने कोरा कागज, मिली, अभिमान, गुड्डी जैसी अनेक शानदान फिल्मों में अपनी प्रस्तुत दी है और कई फिल्मफेयर पुरस्कार जीते. इसी तरह सुपर स्टॉर अर्जुन रामपाल का जन्म भी जबलपुर में ही हुआ था.
स्नूकर खेल का जनक रहा जबलपुर
कहा जाता है स्नूकर खेल का जनक जबलपुर ही रहा है. दरअसल, ब्रिटिशकॉल में ब्रिटिश सेना के अधिकारियों द्वारा वर्ष 1870 में इस खेल का अविष्कार किया था. आज यह वैश्विक खेल देश हीं नहीं, अपितु पूरी दुनिया में अपनी विशेष पहचान रखता है.
कला के क्षेत्र में भी कम नहीं जबलपुर
कला के क्षेत्र में भी जबलपुर ने एक से बढक़र एक नाम दिए हैं. ब्यौहार राममनोहर सिंहा एक प्रसिद्ध चित्रकार रहे, जिन्होंने गोंडवाना की साम्राज्ञी रानी दुर्गावती का पहला चित्र बनाया था. इसी तरह नर्मदा प्रेमी अमृतलाल वेगड़, सुभाष खरे, अलबन ग्रेगरी और हरि भटनागर के नामों से भी जबलपुर की धरती पहचानी जाती है.
पहले उपग्रह के अविष्कार की टीम में रहें डॉ. कोष्टा
विज्ञान के क्षेत्र में जबलपुर कम नहीं है. भारत के पहले उपग्रह के अविष्कार की टीम में जबलपुर के डॉ. शिवकुमार कोष्टा शामिल थे. डॉ. कोष्टा को विज्ञान के साथ धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों की गहरी रूचि थी. विज्ञान के क्षेत्र में ही डाू. एसएस संधू, अभिनव ठाकुर ने भी जबलपुर का मान बढ़ाया है. अभिनव ठाकुर ने खेती को सुलभ बनाने के लिए ड्रोन तकनीक विकसित की है.