Jabalpur News: शहडोल जिले से एक दुखद खबर सामने आई है। अनुसूचित जाति छात्रावास में रहने वाले एक 15 वर्षीय छात्र की तबीयत बिगड़ने के बाद जबलपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक छात्र का नाम राजा प्रजापति था जो दसवीं कक्षा का विद्यार्थी था। हॉस्टल में अचानक हुई इस घटना से न सिर्फ परिवार बल्कि छात्रावास में रहने वाले बाकी बच्चे भी सदमे में हैं।
बताया जा रहा कि राजा प्रजापति कई दिनों से बुखार से पीड़ित था। शुरुआत में उसका इलाज शहडोल में ही कराया गया लेकिन हालत सुधरने के बजाय और बिगड़ने लगी। 22 अगस्त को स्थिति गंभीर हुई तो उसे जिला अस्पताल की पीआईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया। वहां भी तबीयत में सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों ने जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
राजा के परिजनों का कहना है कि छात्रावास प्रबंधन और अधीक्षक ने समय रहते इलाज नहीं कराया। जब हालत ज्यादा बिगड़ गई तभी उसे अस्पताल ले जाया गया। मृतक के चाचा पप्पू प्रजापति ने आरोप लगाया कि बच्चे को लंबे समय से बुखार था, मगर किसी ने गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। अगर समय पर उपचार शुरू कर दिया जाता तो शायद राजा की जान बच सकती थी।
छात्रावास में गम का माहौल
छात्रावास में रहने वाले बाकी छात्रों ने भी पुष्टि की कि राजा कई दिनों से बीमार था। उसने अपनी तकलीफ कई बार साथियों और शिक्षकों से बताई थी, लेकिन उसे हल्के में लिया गया। साथियों के अनुसार जब हालत ज्यादा बिगड़ गई तब जाकर अस्पताल ले जाया गया। मौत की खबर मिलते ही छात्रावास में मातम पसर गया है।
अनाथ था छात्र बहन के साथ चाचा-चाची के पास पल रहा था
राजा के माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका था। वह अपनी बहन के साथ चाचा-चाची के संरक्षण में पल रहा था। परिवार पहले से ही कठिन हालात में था और अब इस घटना ने उन्हें और बड़ा झटका दे दिया है।
पूरी घटना पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी एसबीएस चंदेल ने कहा कि बच्चे की मौत बीमारी की वजह से हुई है। उन्होंने माना कि मामला गंभीर है और यदि लापरवाही पाई जाती है तो जांच की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि कलेक्टर और सहायक आयुक्त को पूरे मामले की जानकारी दी जा चुकी है।