Jabalpur News : जबलपुर। सोमवार सुबह पनागर के चकहा नाला के पास झाड़ियों में पुलिस को एक नर कंकाल मिला। कपड़ों, पहचान पत्र और अन्य सामान के आधार पर इसकी पहचान 60 वर्षीय बिहारी लाल काछी के रूप में हुई, जो 4 अगस्त से लापता थे। मृतक के परिजनों ने मोहन लोधी और रहमान पर हत्या का शक जताया है और पुलिस पर मामले में लापरवाही का आरोप लगाया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
बिहारी लाल 4 अगस्त को फैक्ट्री में काम के लिए गए थे
पुलिस ने बिहारी लाल के परिजनों को बुलाया, जिन्होंने कपड़ों, पहचान पत्र और अन्य सामान के आधार पर उनकी शिनाख्त की। बिहारी लाल 4 अगस्त को फैक्ट्री में काम के लिए गए थे और उसके बाद वापस नहीं लौटे। परिजनों ने 6 अगस्त को पनागर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी और बताया था कि उन्हें आखिरी बार पडुआ तिराहे पर मोहन लोधी, रहमान और कुछ अन्य लोगों के साथ देखा गया था। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने जांच में कोई गंभीरता नहीं दिखाई।
परिजनों ने लगाए लापरवाही के आरोप
परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। जब उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत की, तब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद पुलिस उनके घर पहुंची। 28 और 29 अगस्त को बिहारी लाल के परिजनों और उनके भाई के बयान दर्ज किए गए, लेकिन जांच केवल औपचारिकता तक सीमित रही।
परिजनों ने मोहन लोधी और रहमान पर संदेह जताते हुए कहा कि दोनों ने पुलिस को बताया कि वे बिहारी लाल से मंगलवार को मिले थे, जबकि वे सोमवार से लापता थे। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इन दोनों से कोई पूछताछ नहीं की, जबकि वे पनागर के ही निवासी हैं।
पुलिस की सफाई
सीएसपी राजेश्वरी कौरव ने बताया कि 4 अगस्त को बिहारी लाल की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई थी। चकहा नाला के पास मिले कंकाल की पहचान परिजनों ने की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।