PM Modi Dhar Visit : धार, मध्यप्रदेश। अपने 75वें जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के धार जिले के भैंसोला गांव में देश के पहले पीएम मित्रा पार्क का शिलान्यास कर एक नया इतिहास रचा। इस ऐतिहासिक अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय पोषण पखवाड़े के लिए धनराशि हस्तांतरित की और महिलाओं, युवाओं, गरीबों व किसानों को देश की प्रगति का आधार बताते हुए कई योजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। उनके इस दौरे ने न केवल औद्योगिक विकास को गति दी, बल्कि स्वच्छता, स्वास्थ्य और स्वदेशी के प्रति भी एक प्रेरणादायक संदेश दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, “भैंसोला में स्थापित यह मेगा टेक्सटाइल पार्क देश में कपड़ा उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। इस परियोजना से 6 लाख कपास उत्पादक किसानों को सीधा लाभ होगा। निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए 120 रुपये प्रति वर्गफीट की दर से जमीन, 4.50 रुपये प्रति यूनिट बिजली और 25 रुपये प्रति किलोलीटर पानी जैसी रियायती सुविधाएं दी जाएंगी। अब तक 114 अग्रणी टेक्सटाइल कंपनियों ने 23,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का प्रस्ताव दिया है, जिससे 1 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और 3 से 4 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।”
“देशभर में 6 और पीएम मित्रा पार्क बनाए जाएंगे, जो ‘फार्म, फाइबर, फैक्ट्री, फैशन और फॉरेन’ की अवधारणा को साकार करेंगे। धार पार्क में सभी जरूरी ढांचागत सुविधाएं तैयार हैं, जो उत्पादन लागत को कम कर उद्योग और रोजगार को बढ़ावा देगा।”
नया भारत: आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा, “आज का भारत अपनी मातृभूमि की रक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ता। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद ने हमारी बेटियों और बहनों का सुहाग छीनने की कोशिश की, लेकिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए हमारी बहादुर सेना ने आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया।” उन्होंने जोर देकर कहा कि नया भारत किसी की परमाणु धमकी से नहीं डरता और दुश्मन के घर में घुसकर जवाब देता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल की घटना का जिक्र करते हुए कहा, “कल पूरी दुनिया ने देखा कि एक कुख्यात आतंकी (मसूद अजहर) रो-रोकर अपनी कहानी सुना रहा था। यह हमारी सेना का पराक्रम है, जो भारत की असली ताकत है।”
हैदराबाद मुक्ति दिवस: गौरवशाली इतिहास को सम्मान
प्रधानमंत्री ने 17 सितंबर को देश के इतिहास का स्वर्णिम दिन बताया। उन्होंने कहा, “इसी दिन सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति और भारतीय सेना के साहस ने हैदराबाद को आजाद कराया। हमारी सरकार ने इस गौरवशाली पल को ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ के रूप में मनाकर इतिहास को जीवंत किया है।”
स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार: माताओं-बहनों के लिए भावुक अपील
PM मोदी ने महिलाओं को राष्ट्र की प्रगति का आधार बताते हुए कहा, “मां स्वस्थ हो तो पूरा परिवार स्वस्थ रहता है, लेकिन मां की तबीयत बिगड़ने से सारी व्यवस्था चरमरा जाती है।” उन्होंने ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान को माताओं और बहनों को समर्पित करते हुए अपील की कि सभी महिलाएं निडर होकर स्वास्थ्य शिविरों में जाएं। इन शिविरों में निःशुल्क जांच और दवाइयां उपलब्ध होंगी, और आयुष्मान कार्ड से आगे का इलाज भी आसान होगा। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर (विजयादशमी) तक चलेगा, जिसमें लाखों शिविर आयोजित होंगे।
प्रधानमंत्री ने भावुक अंदाज में कहा, “मैं आपका बेटा बनकर धार आया हूं। मेरी माताओं-बहनों, अपनी सेहत का ख्याल रखें, क्योंकि आपका स्वास्थ्य ही देश की ताकत है।”
आत्मनिर्भर भारत: स्वदेशी का नारा
2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए मोदी ने स्वदेशी को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा, “इस दीवाली, जो भी खरीदें—चाहे फ्रिज हो, टीवी हो या गाड़ी—वह ‘मेड इन इंडिया’ हो। महात्मा गांधी ने स्वदेशी को आजादी का हथियार बनाया था, अब हमें इसे विकसित भारत की नींव बनाना है।” उन्होंने हर दुकान पर “गर्व से कहो, ये स्वदेशी है” का बोर्ड लगाने का सुझाव दिया और उपस्थित जनसमूह से यह नारा भी लगवाया। साथ ही, 22 सितंबर से शुरू होने वाली नवरात्रि के पहले दिन जीएसटी दरों में कमी का ऐलान करते हुए स्वदेशी खरीदारी को प्रोत्साहित किया।
महिलाओं और गरीबों के लिए योजनाएं
पीएम मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने पिछले 11 वर्षों में गरीब कल्याण को प्राथमिकता दी है। प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के तहत साढ़े 4 करोड़ गर्भवती महिलाओं को 19,000 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है। लखपति दीदी अभियान के तहत 3 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य है, जिसमें 2 करोड़ बहनें पहले ही सफल हो चुकी हैं। मध्य प्रदेश से सिकल सेल एनीमिया मिशन के तहत 1 करोड़वां स्क्रीनिंग कार्ड वितरित किया गया, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है।
विकसित भारत के चार स्तंभ
प्रधानमंत्री ने महिलाओं, युवाओं, गरीबों और किसानों को विकसित भारत के चार मजबूत स्तंभ बताया। उन्होंने कहा कि इनके सशक्तिकरण के बिना देश का विकास अधूरा है। धार में शुरू हुई परियोजनाएं और योजनाएं इन चारों को समर्पित हैं, जो न केवल आर्थिक प्रगति को गति देंगी, बल्कि सामाजिक समावेशन को भी बढ़ावा देंगी।