MP Janardan Mishra : मध्यप्रदेश के रीवा से सांसद जनार्दन मिश्रा फिर से अपने विवादास्पद बयानों के लिए सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने जिला अस्पताल के डॉक्टरों की तारीफ करने के चक्कर में ऐसा कुछ बोल दिया, जिससे मंच पर मौजूद लोग हंस-हंसकर लोट-पोट हो गए, लेकिन डॉक्टरों में गुस्से की लहर दौड़ गई।
जिला अस्पताल के नए ओपीडी भवन और 100 से 200 बिस्तर वाले वार्ड के लोकार्पण समारोह में मंच से बोलते हुए सांसद मिश्रा ने डॉक्टरों की ‘खास’ क्षमता का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “नसबंदी के बाद भी अगर बच्चा पैदा करने की स्थिति हो जाए… इस तरह के डॉक्टर किसी दूसरे अस्पताल में नहीं हैं, लेकिन इस अस्पताल में मौजूद हैं।” यह सुनते ही मंच पर ठहाके गूंजने लगे।
मिश्रा यहीं नहीं रुके। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी मिशन को कभी ‘2047 का मिशन’ तो कभी ‘1947 का मिशन’ बता डाला, जिससे मंच पर और हंगामा मच गया। कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल भी मौजूद थे।
सांसद के बयान पर जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने खुलकर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि नसबंदी जैसे संवेदनशील मुद्दे पर ऐसी टिप्पणी स्वास्थ्य सेवाओं का मजाक उड़ाती है। वहीं, आम लोगों ने इसे हल्के-फुल्के अंदाज में लिया। सोशल मीडिया पर लोग मीम्स शेयर कर रहे हैं, जैसे “रीवा के डॉक्टरों का सुपरपावर: नसबंदी रिवर्स इंजीनियरिंग!” एक यूजर ने लिखा, “सांसद जी ने तो मिशन को भी कन्फ्यूज कर दिया – 1947 या 2047?”