नेपाल की राजधानी काठमांडू में सोमवार को विरोध प्रदर्शन हुआ। 26 साल से कम उम्र के युवा, जिन्हें जेन-जेड कहा जाता है, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध और सरकारी भ्रष्टाचार के विरोध में न्यू बनेश्वर में सड़कों पर उतर आए। काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प के बाद यह आंदोलन हिंसक हो गया, जिसके बाद काठमांडू जिला प्रशासन ने न्यू बनेश्वर इलाके और उसके आसपास कर्फ्यू लगा दिया। जानकारी के अनुसार अब तक करीब 9 लोगों की मौत हो गई।
कर्फ्यू लगाया गया –
अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नेपाली पुलिस ने संसद भवन में घुसने की कोशिश कर रही युवाओं की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और रबर की गोलियां चलाईं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने काठमांडू जिला कार्यालय के प्रवक्ता मुक्तिराम रिजाल के हवाले से कहा, “प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हमने कर्फ्यू लगा दिया है जो स्थानीय समयानुसार रात 10 बजे (1615 GMT) तक लागू रहेगा।” रिजाल ने कहा कि पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पानी की बौछारें, लाठियाँ और रबर की गोलियाँ इस्तेमाल करने के आदेश दिए गए थे।
अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नेपाली पुलिस ने संसद भवन में घुसने की कोशिश कर रहे युवा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आँसू गैस और रबर की गोलियाँ चलाईं। काठमांडू जिला कार्यालय के प्रवक्ता मुक्तिराम रिजाल ने रॉयटर्स को बताया, “प्रदर्शनकारियों के हिंसक हो जाने के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हमने स्थानीय समयानुसार रात 10 बजे (1615 GMT) तक कर्फ्यू लगा दिया है।”
यह आंदोलन केपी शर्मा ओली सरकार द्वारा इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, सिग्नल और वीचैट सहित 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को बंद करने के आदेश के पाँच दिन बाद शुरू हुआ है। इन प्लेटफॉर्म्स ने सरकार के साथ पंजीकरण करने और अपने उपयोगकर्ताओं को राज्य की निगरानी में लाने के एक निर्देश और कानून का समर्थन करने से इनकार कर दिया था।