– दो सप्ताह में 6 घोड़ों की मौत, अब तक 19 ने तोड़ा दम
– घोड़े मालिक ने घोड़ों को हैदराबाद ले जाने की मांगी अनुमति
Jabalpur News : जबलपुर. शहर में हैदराबाद से लाए गए घोड़ों की रहस्यमयी मौत का सिलसिला जारी है. दो सप्ताह में फिर 6 घोड़ों की मौत हो गई, जबकि अब तक कुल 19 घोड़ों की मौत हो गई है. घोड़े के मालिक ने शेष बचे घोड़ों को हैदराबाद ले जाने की अनुमति मांगी है.
बता दें 5 मई को थारो, काठियावाड़ी और मारवाड़ी प्रजाति के कुल 57 घोड़े सडक़ के रास्ते हैदराबाद से जबलपुर लाए गए थे. इन्हें रैपुरा गांव में रखा गया है. लेकिन दुखद यह है कि यहां इन घोड़ों की रहस्यमयी तरीके से मौत हो रही है. 7 मई से 13 मई के बीच 8 घोड़ों की मौत हो गई थी, घोड़ों की मौत के बाद इन पर विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा नजर रखी जा रही थी, बावजूद महज दो सप्ताह में फिर से 6 घोड़ों की मौत हो गई है. अब तक कुल 19 घोड़ों की मौत हो चुकी है.
मौत के अलग-अलग कारण
दो सप्ताह में हुई 6 घोड़ों की मौत के पीछे अलग-अलग कारण सामने आए हैं. नोडल अधिकारी डॉ. ज्योति तिवारी के अनुसार मृतक घोड़ों में से दो की मौत सेप्टीसीमिया, दो की पैरेलिसिस, एक की पेट दर्द औ एक की रेस्पिरेटरी (सांस लेने तकलीफ) की वजह से हुई है.
अब 38 घोड़ों पर विशेष नजर
घोड़ों की मौत को लेकर सबसे पहले ग्लैंडर्स नामक घातक बीमारी की आशंका जताई जा रही थी, कलेक्टर के निर्देश पर वेटरनरी कॉलेज की टीम ने जांच शुरू की. सभी घोड़ों के सैंपल हरियाणा की हिसार लैब भेजे गए, लेकिन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है. हालांकि घोड़ों की मौत के बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों शेष बचे 38 घोड़ों पर विशेष नजर रखी जा रही है.