Katni News: कटनी जिले में रेल पुलिस और बाल संरक्षण इकाई ने देर रात एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। कामायनी एक्सप्रेस से बालश्रम के लिए ले जाए जा रहे पाँच बच्चों को बचाया गया और आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया गया। यह पूरी कार्रवाई एक जागरूक यात्री की सतर्कता से संभव हो पाई।
दरअसल रात करीब 11:45 बजे चाइल्डलाइन 1098 पर एक यात्री ने फोन कर सूचना दी कि ट्रेन में एक शख्स पाँच बच्चों को संदिग्ध तरीके से लेकर जा रहा है। यात्री ने केवल फोन पर जानकारी ही नहीं दी बल्कि गुप्त रूप से तस्वीरें और वीडियो भी भेजे। इसके बाद टीम तुरंत हरकत में आई और बाल संरक्षण अधिकारी मनीष तिवारी तथा RPF थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह अपने स्टाफ के साथ मुड़वारा रेलवे स्टेशन पहुंच गए।
पुलिस ने बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला
करीब 12:30 बजे जैसे ही ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर पहुंची पुलिस ने बच्चों की पहचान की और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। इसी दौरान आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। अचानक हुई इस कार्रवाई से यात्रियों में खलबली मच गई लेकिन जैसे ही सच्चाई सामने आई सभी ने पुलिस की सतर्कता और यात्री की हिम्मत की तारीफ की।
जांच में पता चला कि आरोपी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का रहने वाला सतीश साहू है। वह बच्चों को मुंबई ले जाकर आर्टिफिशियल ज्वैलरी के कारखाने में काम कराने वाला था। परिवारों को उसने झांसा दिया था कि पहले 16 हजार रुपये एडवांस और फिर हर महीने 6 हजार रुपये बच्चों की मजदूरी के नाम पर देगा। बचाए गए बच्चों की उम्र महज 11 से 15 साल के बीच है। फिलहाल सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेश पर बाल गृह में सुरक्षित रखा गया है। वहीं, पुलिस ने आरोपी पर केस दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है।